Edited By Updated: 02 Mar, 2016 09:08 AM
बिहार में सत्ताधारी जदयू विधायक गोपाल मंडल के उस टिप्पणी कि जो उनके कार्यकर्त्ताआें को धमकाएगा उसकी ‘जीभ काट लेने’ संबंधी उनकी टिप्पणी की सत्तापक्ष एवं विपक्षी सदस्यों ने आज भर्त्सना की।
पटना-भागलपुर: बिहार में सत्ताधारी जदयू विधायक गोपाल मंडल के उस टिप्पणी कि जो उनके कार्यकर्त्ताआें को धमकाएगा उसकी ‘जीभ काट लेने’ संबंधी उनकी टिप्पणी की सत्तापक्ष एवं विपक्षी सदस्यों ने आज भर्त्सना की। भागलपुर जिला के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक गोपाल मंडल ने गत रविवार को नौगछिया बाजार में एक क्रिकेट खेल समारोह के दौरान अपने विरोधियों पर बरसे कि जो उनके कार्यकर्त्ताआें को धमकाने की कोशिश करेगा वे उनकी ‘जीभ काट लेंगे’। अपनी बात को बल देने के लिए उन्होंने यह भी कहा कि उनका एक पांव बाहर और दूसरा जेल में रहता है।
भागलपुर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक उनके विरोधियों का फटकू पंडित नामक एक व्यक्ति से मनमुटाव चल रहा है। जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके विधायक की इस टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे टाल दिया। वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने मंडल की इस टिप्पणी पर कहा कि यह महागठबंधन सरकार की कारप्रणाली को दर्शाता है और वे सिर्फ इतना कहेंगे, ‘जनता पस्त नीतीश के विधायक मस्त।’
सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को कोई बात बोलने के समय सावधानी और शालीनता बरतनी चाहिए। राजद विधायक राहुल तिवारी ने कहा कि यह सामंतवादी मानसिकता को परिलक्षित करता है। जनप्रतिनिधि का व्यवहार बेहतर होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मंडल इससे पूर्व दिसंबर महीने में सडक जाम में कतार का उल्लंघन करने अपनी कार रोके जाने पर एक पुलिस उपाधीक्षक को गंगा नदी से फेंक देने की धमकी दी थी।