महाबोधि मंदिर में 17वां अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक सुत्त पाठ आज से शुरू, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद होंगे शामिल

Edited By Ramanjot, Updated: 02 Dec, 2022 12:05 PM

17th international tripitaka sutta recitation begins today at mahabodhi temple

कालचक्र मैदान में आकर्षक मंच तैयार किया गया है। इस सुत्तपाठ में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शामिल होंगे। इसके अलावा बिहार के राज्यपाल के भी कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना है। कार्यक्रम का शुभारंभ दो दिसंबर को अहले सुबह आठ बजे से शोभायात्रा के...

गयाः भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया स्थित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में 17वां अंतररष्ट्रीय त्रिपिटक सुत्तपाठ आज से आरंभ हो गया है। इसके लेकर बोधगया में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा बोधगया स्थित रॉयल थाई मोनेस्ट्री से निकाली गई, जो शहर के विभिन्न सड़क मार्ग से होकर कालचक्र मैदान तक पहुंची। शोभायात्रा में विश्व के कई देशों के हजारों बौद्ध धर्मगुरु एवं श्रद्धालु शामिल हुए। शोभा यात्रा के दौरान श्रद्धालु ड्रैगन नित्य एवं पारंपरिक वाद्य यंत्रों को बजाते हुए चल रहे थे। 

PunjabKesari

बौद्ध धर्म में त्रिपिटक का विशेष महत्व
त्रिपिटक सुत्तपाठ आगामी 10 दिनों तक चलेगा। शोभायात्रा में शामिल लाओस देश के बौद्ध भिक्षु भंते साईंसाना ने बताया कि कोरोना काल के कारण दो वर्ष तक बोधगया में किसी तरह की पूजा का आयोजन नहीं हुआ था, लेकिन इस बार 17 वां अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक समारोह का आयोजन किया गया है, जो काफी भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। बौद्ध धर्म में त्रिपिटक का बहुत ही महत्व है। बौद्ध धर्म मे थेरावाद पंत को मानने वाले लोग भगवान बुद्ध के मंत्रों का उच्चारण त्रिपिटक सुत्तपाठ के दौरान करते हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य मानवता एवं विश्व का कल्याण है। विश्व में शांति बनी रहे और लोग का जीवन सुखी हो, इसी कामना के साथ इस समारोह का आयोजन किया गया है। 

PunjabKesari

दो सत्रों में संचालित होगा सुत्त पाठ
यह सुत्त पाठ दो सत्रों में संचालित होगा। पहला सत्र सुबह 7 बजे से 11 बजे और दूसरा सत्र 1:30 से 5 बजे तक चलेगा। अमेरिका से आए एक बौद्ध भिक्षु ने बताया कि इस बार 17वां अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक सुत्त पाठ का आयोजन भव्य तरीके से किया जा रहा है, जिसमें विश्व के कई देशों के हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। इसका मुख्य उद्देश्य विश्व शांति एवं मानवता का कल्याण है। मुख्य रूप से थेरवाद परंपरा को मानने वाले नेपाल, थाईलैंड इंडोनेशिया, कंबोडिया, श्रीलंका, भारत, वियतनाम सहित अन्य कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल होंगे।

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!