Edited By Ramanjot, Updated: 17 May, 2021 07:50 PM
दरअसल, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नालंदा के उपनगर आयुक्त जयेश कुमार सिन्हा ने मामले का संज्ञान लिया। वहीं जांच में दोषी पाए जाने पर निगम के दो कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके अलावा वार्ड पार्षद, वार्ड...
नालंदाः हाल ही बिहार के नालंदा जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई थी, जिसमें निगम कर्मी कोरोना संक्रमित शव को एम्बुलेंस की जगह कूड़े वाले ठेले से ले जाते दिख रहे थे। इस मामले में जिला प्रशासन में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर दिया है। साथ ही वार्ड पार्षद और जमादार समेत 6 लोगों पर एफआईआर किया गया है।
दरअसल, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नालंदा के उपनगर आयुक्त जयेश कुमार सिन्हा ने मामले का संज्ञान लिया। वहीं जांच में दोषी पाए जाने पर निगम के दो कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके अलावा वार्ड पार्षद, वार्ड जमादार और 4 सफाईकर्मी के विरुद्ध सोहसराय थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
बता दें कि बिहार में नीतीश सरकार ने हाल ही में निर्णय लिया था कि अगर कोरोना संक्रमित मरीज के परिजन उसका अंतिम संस्कार नहीं करते तो पर सरकार अपने खर्च पर शव का अंतिम संस्कार करवाएगी। इसी बीच बिहार शरीफ की इस घटना ने सबको विचलित कर दिया था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो 13 मई का बताया जा रहा है। वीडियो जारी करने वाले युवक ने बताया कि सोहसराय थाना इलाके के जलालपुर मोहल्ले में किराए के मकान पर रह रहे एक युवक मनोज कुमार उर्फ गुड्डू की कोरोना के कारण मौत हो गई। मौत के बाद निगम कर्मियों द्वारा शव को कूड़े के ठेले पर ले जाया गया। हालांकि निगम कर्मी स्वयं पीपीई किट पहने हुए थे लेकिन शव को चादर से ढककर ले जा रहे थे।