Edited By Ramanjot, Updated: 27 Nov, 2021 05:03 PM
जानकारी के अनुसार, पहला एक्सप्रेसवे औरंगाबाद से जयनगर के बीच बनेगा, जिसके निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। ये सड़क 271 किलोमीटर लंबी होगी और पटना सहित प्रदेश के 6 जिलों से होकर गुजरेगी। ये सड़क गया से जहानाबाद और नालंदा के बॉर्डर से गुजरते हुए पटना...
पटनाः बिहार के विकास की रफ्तार अब तेज होने वाली है। दरअसल, इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के उद्येश्य से बिहार में चार एक्सप्रेसवे बनने जा रहें हैं। ये चारों एक्सप्रेसवे बिहार के 38 जिलों में से 28 जिलों से गुजरेंगे।
जानकारी के अनुसार, पहला एक्सप्रेसवे औरंगाबाद से जयनगर के बीच बनेगा, जिसके निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। ये सड़क 271 किलोमीटर लंबी होगी और पटना सहित प्रदेश के 6 जिलों से होकर गुजरेगी। ये सड़क गया से जहानाबाद और नालंदा के बॉर्डर से गुजरते हुए पटना में कच्ची दरगाह में आएगी। फिर बिदुपुर के बीच बन रहे 6 लेन पुल से चकसिकंदर, महुआ के पूरब होते हुए ताजपुर जाएगी। वहां से दरभंगा एयरपोर्ट के पास से गुजरते हुए जयनगर में खत्म होगी।
दूसरा एक्सप्रेसवे रक्सौल से पटना होते हुए कोलकाता तक का होगा। ये एक्सप्रेसवे करीब 695 किमी. लंबा होगा और इसका निर्माण कार्य अगले साल से शुरू होगा। ये सड़क बिहार के नौ जिलों- पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सारण, पटना, बिहारशरीफ, शेखपुरा, जमुई और बांका से होकर गुजरेगी। फिर झारखंड में प्रवेश करने के बाद सरैयाहाट, नोनीहाट व दुमका से पश्चिम बंगाल के पानागढ़ से हल्दिया पोर्ट चली जाएगी।
तीसरा एक्सप्रेस-वे बक्सर से भागलपुर तक बनेगा। इसकी लंबाई 350 किलोमीटर होगी। ये एक्सप्रेसवे बिहार के बक्सर, भागलपुर और पटना जिले से जुड़ेगा। वहीं चौथा एक्सप्रेसवे गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच बनेगा। इस सड़क का रूट बिहार के 10 जिलों में निर्धारित किया गया है, जिसमें गोपालगंज, सीवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, किशनगंज जिले शामिल हैं। ये एक्सप्रेस-वे गोपालगंज से शुरू होकर सिलीगुड़ी में खत्म होगा।