Edited By Ramanjot, Updated: 29 Jan, 2022 09:39 AM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी पर्षद की संपन्न हुई 21वीं बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने उन्हें बताया कि वर्ष 2006-07 में मुख्यमंत्री राहत कोष में...
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विशेष पहल से चालू वित्त वर्ष में मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा राशि बढ़कर 1502 करोड़ रुपए हो गई और उसमें से आपदा की स्थिति में लोगों की मदद के तौर पर 859 करोड़ रुपए व्यय हुए हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी पर्षद की संपन्न हुई 21वीं बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने उन्हें बताया कि वर्ष 2006-07 में मुख्यमंत्री राहत कोष में महज 29 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त होती थी, जो मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) की विशेष पहल से वर्ष 2021-22 में 1502 करोड़ रुपए हो गई। इसमें से 859 करोड़ की राशि व्यय की गई है और वर्तमान में कोष में 665 करोड़ रुपए शेष है।
राहत कोष से आपदा की स्थिति में लोगों की मदद की जाती है। इसके अलावा विविध कार्यों में लोगों की मदद की जाती है। इससे लोगों की काफी सहायता होती है। मुख्यमंत्री राहत कोष की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। बैठक में बताया गया कि कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यु होने पर मृतक के आश्रितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार लाख रुपए की मदद दी जा रही है। अब तक 3704 मृतकों के आश्रित को प्रति मृतक चार लाख रुपए की दर से कुल 148.16 करोड़ रुपए की राशि राहत कोष से निर्गत की जा चुकी है।