Edited By Diksha kanojia, Updated: 20 Oct, 2020 05:40 PM
बिहार में इस बार विधानसभा के प्रथम चरण चुनाव में पटना जिले की पांच सीटों में मोकामा से जहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर निवर्तमान विधायक अनंत सिंह पांचवीं बार बाजी अपने नाम करने की फिराक में हैं
पटनाः बिहार में इस बार विधानसभा के प्रथम चरण चुनाव में पटना जिले की पांच सीटों में मोकामा से जहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर निवर्तमान विधायक अनंत सिंह पांचवीं बार बाजी अपने नाम करने की फिराक में हैं। वहीं बाढ़ से हैट्रिक लगा चुके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ‘ज्ञानू' चौका लगाने के लिए चुनावी पिच पर उतरेंगे।
हाईप्रोफाइल सीट मोकामा से विधायक अनंत सिंह पांचवी बार चुनावी संग्राम में जोर आजमा रहे हैं। कई आपराधिक मामलों में जेल में बंद ‘छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह फरवरी 2005 में मोकामा विधानसभा सीट से जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के टिकट पर पहली बार चुनाव जीते थे। इसके बाद विधानसभा भंग होने पर अक्टूबर- नवंबर 2005 में हुए चुनाव में वह दूसरी बार भी जीत गए। वर्ष 2010 के चुनाव में सिंह मोकामा से ही जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के टिकट पर लगातार तीसरी बार भी चुनाव जीते। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2015 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मोकामा सीट से जीत हासिल की थी। उन्होंने वर्ष 2015 के चुनाव में जदयू के नीरज कुमार को 18348 मतों के अंतर से पराजित किया था।
जदयू ने मोकामा में इस बार राजीव लोचन नारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया है जो पहली बार सियासी कर्मभूमि में अपनी किस्मत आजमां रहे हैं। इस सीट पर वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में कुल आठ प्रत्याशी मैदान में है लेकिन मुख्य मुकाबला अनंत सिंह और जदयू के राजीव लोचन सिंह के बीच ही माना जा रहा है। मोकामा की भौगोलिक बनावट की वजह से यहां धन और बल का बोलबाला रहा है। यही वजह है कि यहां पिछले तीन दशक से बाहुबली ही विधायक चुने जाते रहे हैं। वर्ष 1990 में अनंत सिंह के भाई दिलीप कुमार सिंह जनता दल के टिकट पर चुने गए थे। वर्ष 1995 में भी उन्होंने दुबारा बाजी मारी लेकिन वर्ष 2000 में बाहुबली नेता सूरजभान सिंह यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विजयी हुए और विधानसभा पहुंचे।
बाढ़ विधानसभा सीट से भाजपा के निवर्तमान विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ‘ज्ञानू' ‘चौका' मारने की तलाश में हैं। कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले सिंह अक्टूबर 2005 और वर्ष 2010 के चुनाव में जदयू के टिकट पर जीत हासिल की थी। वर्ष 2015 में जदयू से नाता तोड़ भाजपा का दामन थाम लिया जदयू उम्मीदवार मनोज कुमार को 8359 मतों के अंतर से मात दी। वहीं, कांग्रेस ने सत्येन्द्र बहादुर को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। बाढ़ सीट पर 16 पुरूष और दो महिला समेत 18 उम्मीदवार चुनावी रणभूमि में दम भर रहे हैं।