Edited By Moulshree Tripathi, Updated: 14 Jun, 2021 09:54 AM
बिहार विधानसभा चुनाव 2021 के पराजय के घाव को भरने की कोशिश में लगी लोक जनशक्ति पार्टी के सियासी हालात सही नहीं चल रहे हैं। बिहार विस इलेक्शन में राष्ट्रीय
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2021 के पराजय के घाव को भरने की कोशिश में लगी लोक जनशक्ति पार्टी के सियासी हालात सही नहीं चल रहे हैं। बिहार विस इलेक्शन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के अलग होकर लड़ने के बाद LJP को एक और बड़ा झटका लगा है। जहां चिराग पासवान का साथ छोड़ एलजेपी के छह में से पांच सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सदन में अलग गुट के रूप में मान्यता देने का आग्रह किया है। इन पांचों सांसदों का नेतृत्व राम विलास पासवान के छोटे भाई और हाजीपुर के सांसद पशुपति नाथ पारस कर रहे हैं। बागी पांचों MP पशुपति पारस, प्रिंस पासवान, वीणा सिंह, चंदन कुमार और महबूब अली कैसर के जेडीयू में शामिल होने की भी चर्चा है।
बता दें कि विषम समय से गुजर रही एलजेपी संस्थापक राम विलास पासवान की मौत के एक साल के भीतर ही दो धड़े में बंट गई है। इस टूट को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने वाले मंत्रिमंडल विस्तार से भी जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं कहा जा रहा है कि पार्टी में दो फाड़ की स्क्रिप्ट को जेडीयू के एक वरिष्ठ सांसद ने लिखा है। वहीं गौरतलब है कि लोकसभा के मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल व विस्तार की संभावना है।