Edited By Ramanjot, Updated: 19 Mar, 2021 04:29 PM
विधान परिषद में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के संजीव श्याम सिंह के एक अल्प सूचित प्रश्न के उत्तर में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियमित शिक्षकों एवं कर्मचारियों को साल में 14 दिन एवं पूरे सेवाकाल में 300 दिन के...
पटनाः बिहार सरकार ने आज कहा कि शिक्षकों के हितों के प्रति सरकार सजग एवं संवेदनशील है तथा सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियोजित शिक्षकों को अर्जित अवकाश प्रत्येक वर्ष 11 दिन तथा पूरे सेवाकाल में 120 दिन का संचयन करने का प्रावधान किया गया है।
विधान परिषद में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के संजीव श्याम सिंह के एक अल्प सूचित प्रश्न के उत्तर में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियमित शिक्षकों एवं कर्मचारियों को साल में 14 दिन एवं पूरे सेवाकाल में 300 दिन के अवकाश संचित करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के सहायक शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सेवा शर्त पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय संस्था के तहत कार्यरत शिक्षकों की सेवा शर्त अलग-अलग है। पंचायती राज संस्थाएं एवं नगर निकाय संस्था के तहत कार्यरत शिक्षकों के लिए अर्जित अवकाश साल में 14 दिन एवं पूरे सेवाकाल में 300 दिन देने का प्रस्ताव नहीं है।
विजय कुमार चौधरी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के केदारनाथ पांडे के एक अन्य अल्प सूचित सवाल के जवाब में कहा कि बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड, पटना का गठन वर्ष 1981 में प्राच्य भाषा-संस्कृति के विकास एवं संवर्धन के लिए किया गया था। संस्कृत शिक्षा बोर्ड की स्थापना काल से ही बोर्ड अपने व्यय का वहन आंतरिक आय के स्रोत से करता आ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बोर्ड के व्यय के लिए किसी प्रकार की राशि उपलब्ध कराया जाना प्रावधनित नहीं है। बोर्ड को बजटीय प्रावधान किए जाने का कोई प्रस्ताव सरकार के समक्ष विचाराधीन भी नहीं है।