Edited By Ramanjot, Updated: 24 Jul, 2021 01:55 PM
कृषि सचिव एन सरवन कुमार ने प्रस्तुतिकरण करते हुए कहा, ‘‘वर्ष 2006 में, राज्य के कृषि निर्यात का मूल्य तीन करोड़ रुपये था। वर्ष 2020 तक, यह बढ़कर 2,617 करोड़ रुपए हो गया।'''' संयोग से, कुमार, जो अपने लगातार चौथे कार्यकाल की सेवा कर रहे हैं, ने वर्ष...
पटनाः बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने शुक्रवार को कहा कि राज्य ने कृषि निर्यात में तेजी से वृद्धि देखी है और पिछले डेढ़ दशक में कृषि निर्यात की आय में 800 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। यह बात कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर मुख्यमंत्री के समक्ष दिए गए एक प्रस्तुति के दौरान कही।
कृषि सचिव एन सरवन कुमार ने प्रस्तुतिकरण करते हुए कहा, ‘‘वर्ष 2006 में, राज्य के कृषि निर्यात का मूल्य तीन करोड़ रुपये था। वर्ष 2020 तक, यह बढ़कर 2,617 करोड़ रुपए हो गया।'' संयोग से, कुमार, जो अपने लगातार चौथे कार्यकाल की सेवा कर रहे हैं, ने वर्ष 2005 के अंत में सत्ता संभाली थी। राज्य की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता को रेखांकित किया कि कृषि विकास से ‘‘न केवल उपज में वृद्धि होनी चाहिए बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि होनी चाहिए।''
यह देखते हुए कि राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि वर्ग द्वारा संचालित है, सरवन कुमार ने कहा कि इस पहलू को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार अब तक तीन, पांचवर्षीय ‘कृषि रोड मैप' लेकर आई है। उन्होंने राज्य में ‘ठेका खेती' की लोकप्रियता बढ़ने और नए कृषि संस्थानों और कॉलेजों की स्थापना पर संतोष व्यक्त किया जो युवा पीढ़ी को इस क्षेत्र को विशेषज्ञता के क्षेत्र के रूप में लेने के लिए प्रेरित करते हैं। बैठक में अन्य लोगों के अलावा कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह और मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण भी शामिल हुए।