Edited By Ramanjot, Updated: 14 Mar, 2021 10:28 AM
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शनिवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए स्वास्थ्य विभाग की बजट मांग पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि सरकार ने राज्य में चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिए बिहार यूनिवर्सिटीज ऑफ हेल्थ...
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विधानसभा में राज्य में चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिए बिहार यूनिवर्सिटीज ऑफ हेल्थ साइंसेज की स्थापना किए जाने की घोषणा की।
मंगल पांडेय ने शनिवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए स्वास्थ्य विभाग की बजट मांग पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि सरकार ने राज्य में चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिए बिहार यूनिवर्सिटीज ऑफ हेल्थ साइंसेज की स्थापना करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में वर्ष 2005 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनने के बाद से निरंतर प्रयास की बदौलत वर्तमान में चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या 17 हो गई है।
मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के बाद से दशकों तक सत्ता में रही कांग्रेस की सरकार में राज्य में केवल छह चिकित्सा महाविद्यालय की खोले गए। इस संख्या में बिहार में राजग की सरकार बनने के बाद से इजाफा हुआ है। राजग सरकार में वर्ष 2005 के बाद से पटना में कई सुपर स्पेश्यालिटी हॉस्पीटल बनाये गये हैं, जिनमें लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राजवंशी नगर, न्यू गाडिर्नर हॉस्पीटल, राजेंद्र नगर अस्पताल समेत कई अस्पताल शामिल है। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों को स्वायत्त संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा।
मंगल पांडेय ने कहा कि शहरी इलाके में 20 मिनट में और ग्रामीण इलाके में 35 मिनट के अंदर एंबुलेंस की सेवा की उपलब्धता के लिए 1000 नए एंबुलेंस की अलग से व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।