Edited By Nitika, Updated: 29 Jun, 2022 05:28 PM
अग्निपथ स्कीम आने के बाद जिस तरह से बिहार के कोने-कोने में विरोध प्रदर्शन हुआ। आगजनी की घटनाएं घटित हुई तो सरकार ने बिगड़ते कानून और व्यवस्था को देखते हुए बीएमपी के जवानों की तैनाती कर दी।
कैमूरः अग्निपथ स्कीम आने के बाद जिस तरह से बिहार के कोने-कोने में विरोध प्रदर्शन हुआ। आगजनी की घटनाएं घटित हुई तो सरकार ने बिगड़ते कानून और व्यवस्था को देखते हुए बीएमपी के जवानों की तैनाती कर दी। वहीं बीएमपी 14 (A) बटालियन की टीम लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए कैमूर में लगाई हुई थी। ड्यूटी के लिए निकले जवान की बीच रास्ते में ही तबीयत खराब होने लगी। जवान को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार, बीएमपी 14 के हवलदार रणविजय सिंह थाना रामगढ़ गांव डहरक के निवासी है। बुधवार सुबह रणविजय बस में सवार होकर ड्यूटी के लिए निकल पड़े। इसी बीच रास्ते में ही उनकी तबीयत खराब होने लगी। जवानों की नजर पड़ी तो उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया।
बता दें कि बीएमपी की बटालियन मोहनिया में 17 जून को अग्निवीर स्कीम के बाद हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर पटना से मोहनियां आई थी। बीएमपी जवान की तैनाती मोहनिया के चांदनी चौक पर की थी।