Edited By Ramanjot, Updated: 02 Apr, 2022 12:58 PM
शुभ मुहुर्त में विधि विधान से नवरात्र आराधना को लेकर कलश की स्थापना कर पूजा शुरू की गई। इसके साथ ही मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना का नौ दिवसीय अनुष्ठान आज से शुरू हो गया। घरों और मंदिरों में पूजा-पाठ एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरु हो गया। चैत्र...
पटनाः बिहार में शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा की उपासना का त्योहार चैती नवरात्र आज से शुरू हो गया। सनातन धर्मावलंबियों के प्रथम एवं पवित्र मास चैत्र मास की वासंतिक नवरात्र तथा नव संवत्सर 2079 चैत्र शुक्ल प्रतिपदा में रेवती नक्षत्र एवं ऐन्द्र योग में आरंभ से शुरू हो गया है।
शुभ मुहुर्त में विधि विधान से नवरात्र आराधना को लेकर कलश की स्थापना कर पूजा शुरू की गई। इसके साथ ही मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना का नौ दिवसीय अनुष्ठान आज से शुरू हो गया। घरों और मंदिरों में पूजा-पाठ एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरु हो गया। चैत्र नवरात्र को लेकर सुबह होते ही लोग पूजा की तैयारी में लग गए। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान भी किया। इस व्रत को करने वाले लोगों ने घर की साफ-सफाई पूरी करने के बाद कलश स्थापना की। नवरात्र के पहले दिन भगवती के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की जा रही है।
नवरात्र के पहले दिन ही मां शैलपुत्री की आराधना में पटना के आसपास के इलाके के लोग सुबह से ही भक्ति में लीन रहे। मंदिरों तथा घरों में कलश स्थापना के साथ देवी दुर्गा की आराधना शुरू हो गई। श्रद्धालु आज से अपने सामर्थ्य के अनुसार देवी की भक्ति में सराबोर हो जाएंगे। मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, कलश स्थापना, वेद पाठ, आरती मंगल होंगे। घरों में भी घट स्थापना, दुर्गा सप्तशती, दुर्गा चालीसा का पाठ, वैदिक मंत्रो का जाप, घंटी, शंख, आरती, स्तुति की जाएगी।
चैत्र शुक्ल सप्तमी आठ अप्रैल शुक्रवार को आर्द्रा नक्षत्र व शोभन योग में माता का पट खुलेगा। 09 अप्रैल शनिवार को महाअष्टमी का व्रत एवं दस को महानवमी में पाठ का समापन, हवन व कन्या पूजन होंगे। चैत्र शुक्ल दशमी को देवी की विदाई कर विजयादशमी का त्योहार, जयंती धारण के बाद श्रद्धालु पारण करेंगे।