Edited By Ramanjot, Updated: 30 Apr, 2022 12:21 PM
दरअसल, चिराग पासवान और मुकेश सहनी मांझी की दावत-ए-इफ्तार में पहुंचे तो अलग-अलग गाड़ी से, लेकिन बाद में दोनों एक गाड़ी में सवार होकर यहां से निकले। इतना ही नहीं, सदाकत आश्रम में आयोजित कांग्रेस की दावत-ए-इफ्तार में भी दोनों एक साथ पहुंचे। हालांकि, इस...
पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री जीतम राम मांझी एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह लघु जल संसाधन एवं अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन द्वारा शुक्रवार को पटना में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। इस मौके पर सत्तापक्ष और विपक्ष के कई नेता शामिल हुए। वहीं इस दौरान चिराग पासवान और वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी की जुगलबंदी भी देखने को मिली। जिसके बाद कई तरह की सियासी अटकलें शुरू हो गई हैं।
दरअसल, चिराग पासवान और मुकेश सहनी मांझी की दावत-ए-इफ्तार में पहुंचे तो अलग-अलग गाड़ी से, लेकिन बाद में दोनों एक गाड़ी में सवार होकर यहां से निकले। इतना ही नहीं, सदाकत आश्रम में आयोजित कांग्रेस की दावत-ए-इफ्तार में भी दोनों एक साथ पहुंचे। हालांकि, इस जुगलबंदी पर दोनों ने यही कहा कि ऐसे पवित्र मौके पर राजनीति की बात नहीं होनी चाहिए।
नीतीश के पैर छूए तो भाई को किया नदरअंदाज
दूसरी तरफ, जब मुख्यमंत्री नीतीश ने इशारे से चिराग पासवान का हाल-चाल पूछा तो वह तुरंत उठकर सीएम के पास पहुंचे और पैर को छूकर उनका आशीर्वाद लिया। हालांकि, इसी बीच चिराग पासवान अपने चचेरे भाई प्रिंस पासवान से को नजरअंदाज करते दिखाई दिए। दोनों भाइयों ने एक दूसरे को मिलना मुनासिब नहीं समझा।