Edited By Ramanjot, Updated: 04 Mar, 2021 01:39 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी के आपातकाल पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘पहले से सबको मालूम है कि देश में आपातकाल लगाना गलत था। उसके शिकार हम सभी हुए। हमलोग उस समय...
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान से असहमति जताते हुए बुधवार को कहा कि यह उनका निजी विचार है। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान देश के लोगों के मौलिक अधिकार छीन लिए गए थे और यह पहले से ही सबको मालूम है कि देश में आपातकाल लगाना गलत था।
नीतीश कुमार ने बुधवार को विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी के आपातकाल पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘पहले से सबको मालूम है कि देश में आपातकाल लगाना गलत था। उसके शिकार हम सभी हुए। हमलोग उस समय युवा अवस्था में थे।'' उन्होंने कहा कि उस समय लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में पूरे देश में आंदोलन चला था। बड़ी संख्या में लोगों की गिरफ्तारी हुई। आपातकाल के नाम पर लोगों के मौलिक अधिकार छीन लिए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उसके बाद हुए चुनाव में देश की जनता ने कांग्रेस को पराजित कर अपना संदेश दे दिया था कि देश उसके विरोध में है। लोकनायक के विचारों से प्रभावित होकर देश की सभी विपक्षी पार्टियों ने एक साथ आकर जनता पार्टी का गठन किया। इसके बाद केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने आज जो कुछ भी कहा है, यह उनका निजी विचार है।
गौरतलब है कि अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु के साथ हुई बातचीत के दौरान आपातकाल पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि आपातकाल में जो भी हुआ वह “गलत” था और उसमें तथा आज की परिस्थिति में मूलभूत अंतर है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने भारत के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास कभी नहीं किया और कांग्रेस के पास ऐसा करने की काबिलियत भी नहीं है। हम ऐसा करना चाहें तब भी हमारी संरचना ऐसी है कि हम नहीं कर पाएंगे।”