Edited By Nitika, Updated: 18 Jan, 2021 06:08 PM
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में दावा करते हुए कहा कि अपराध के मामलों में बिहार देश में 23वें नंबर पर है। साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि उनसे पहले लालू-राबड़ी शासन काल में हालात बदतर थे जबकि हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में दावा करते हुए कहा कि अपराध के मामलों में बिहार देश में 23वें नंबर पर है। साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि उनसे पहले लालू-राबड़ी शासन काल में हालात बदतर थे जबकि हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
नीतीश कुमार ने दावा करते हुए कहा था कि अपराध के मामलों में बिहार देश में 23वें नंबर पर आता है लेकिन एनसीआरबी का डेटा कहता है कि 2019 में देश भर में हुए अपराधों में से 5.2 फीसदी अपराध बिहार में दर्ज हुए। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के बाद बिहार का ही नंबर आता है, यानी नीतीश कुमार का दावा झूठा साबित होता दिखाई दे रहा है।
वहीं बिहार पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर 2004 में लालू शासनकाल से लेकर 2019 में नीतीश काल तक के आपराधिक आंकड़े मौजूद हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में लालू यादव की सरकार के आखिरी साल 2004 में अपराध के कुल 1,15,216 मामले दर्ज हुए थे, जबकि नीतीश कुमार की सरकार में 15 साल बाद 2019 में अपराध के आंकड़े घटने की बजाय बढ़कर 2,69,096 हो गए, यानि अब दोगुने से भी ज्यादा मामले हो गए हैं।