Edited By Swati Sharma, Updated: 14 Jan, 2023 10:35 AM
बजरंग दल के विभाग संयोजक गणेश झा ने शुक्रवार को वरीय अधिवक्ता अजित कुमार के माध्यम से किशनगंज न्यायालय में 36/2023 वाद दर्ज करवा कर कारर्वाई की मांग की है।
किशनगंजः बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए आपत्ति जनक बयान से राजनीति गरमा गई है। एक तरफ जहां सत्ता पक्ष ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया है। वहीं दूसरी और विपक्ष लगातार इस्तीफे की मांग की कर रहा है। इसी बीच किशनगंज में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
बजरंग दल ने दर्ज करवाया मुकदमा
बजरंग दल के विभाग संयोजक गणेश झा ने शुक्रवार को वरीय अधिवक्ता अजित कुमार के माध्यम से किशनगंज न्यायालय में 36/2023 वाद दर्ज करवा कर कारर्वाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक पढ़े लिखे शिक्षा मंत्री का ऐसा बयान नही हो सकता। उन्होंने रामचरित मानस के ऊपर बयान देकर सनातन धर्म का अपमान किया है। यह बयान इस चीज को दर्शाता है कि शिक्षा मंत्री अनपढ़ हैं। उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। झा ने कहा कि जो लोग शिक्षा मंत्री के समर्थन में खड़े हुए हैं। वे उनसे भी अधिक सनातन धर्म का अपमान करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि उनके बयान से धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है।
"रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ"
बता दें कि शिक्षा मंत्री ने मनु स्मृति और रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस समाज में दलितों और वंचित महिलाओं को पढ़ने से रोकता है। भारत सशक्त और समृद्ध मोहब्बत से बनेगा, नफरत से नहीं। देश में जितनी जातियां हैं, उतनी ही नफरत की दीवार है। जब तक रामचरितमानस समाज में मौजूद रहेगी, भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता है।