Edited By Ramanjot, Updated: 01 Aug, 2021 09:46 AM
मंगल पांडेय ने शनिवार को कहा कि बरसात के मौसम में मच्छरों से फैलने वाले रोगों की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी रोकथाम को लेकर आवश्यक तैयारी की गई है। मलेरिया प्रभावित जिलों की पहचान लगातार तीन साल के दौरान प्रतिवेदित मामले के अनुसार...
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में मलेरिया की रोकथाम को लेकर विभाग के स्तर से युद्ध स्तर पर कोशिशें जारी हैं।
मंगल पांडेय ने शनिवार को कहा कि बरसात के मौसम में मच्छरों से फैलने वाले रोगों की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी रोकथाम को लेकर आवश्यक तैयारी की गई है। मलेरिया प्रभावित जिलों की पहचान लगातार तीन साल के दौरान प्रतिवेदित मामले के अनुसार की जाती है। इस लिहाज से राज्य के सात जिलों में मलेरिया के 80 प्रतिशत मामले हैं, जिनमें गया, कैमूर, मुंगेर, औरंगाबाद, नवादा, रोहतास एवं जमुई शामिल हैं। इसको लेकर प्रभावित जिलों में युद्धस्तर पर मलेरिया की रोकथाम एवं प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पिछले वर्ष जारी विश्व मलेरिया रिपोर्ट के अनुसार, मलेरिया से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में भारत ही एक देश है जहां वर्ष 2018 की तुलना में 2019 में मलेरिया के मामले में 17.6 फीसदी की कमी आई है। वर्ष 2018 की तुलना में 2019 में एनुअल पारासाईटीक इन्सीडेंस में भी 27.6 फीसदी की कमी देखी गई है।