Edited By Ramanjot, Updated: 19 Jul, 2025 10:30 PM

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों एक के बाद एक क्रांतिकारी कदम उठा रहे हैं। एक तरफ जहां उन्होंने बुजुर्ग, विधवा और विकलांगों के लिए पेंशन की राशि 400 रुपए से बढ़ाकर लगभग तीन गुनी कर दी।
पटना:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों एक के बाद एक क्रांतिकारी कदम उठा रहे हैं। एक तरफ जहां उन्होंने बुजुर्ग, विधवा और विकलांगों के लिए पेंशन की राशि 400 रुपए से बढ़ाकर लगभग तीन गुनी कर दी। जिससे पेंशनधारियों को सीधे ₹700 का फायदा हो रहा है। वहीं, बिहार के 1.86 करोड़ परिवारों को बिना जाति, धर्म और आय प्रमाणपत्र के 550 रुपए महीने की सीधी सौगात दे दी। जिसे अब तक का सबसे बड़ा क्रांतिकारी फैसला माना जा रहा है। अब हर घरेलू उपभोक्ता को प्रति माह 125 यूनिट तक बिजली बिलकुल मुफ्त दी जाएगी। इस फैसले का लाभ बिहार के 1.86 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को सीधे मिलेगा।
इन परिवारों को नहीं करना होगा 1 रुपया भी भुगतान
बिहार में एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है, जिनके घर अभी भी फ्रिज और एयर कंडीशन नहीं हैं। ऐसे परिवारों की बिजली खपत भी 125 यूनिट से कम है। ऐसे परिवारों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खास मेहरबानी हुई है। अब ऐसे परिवारों को बिजली के लिए ₹1 भी भुगतान नहीं करना होगा। यह फैसला अत्यंत गरीब और गरीब परिवारों के लिए किसी बड़े उपहार से कम नहीं है।
शहरी हो या ग्रामीण, सबको मिलेगा फायदा
सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। आसान भाषा में समझें तो शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ₹550 प्रति माह तक की बचत होगी। वहीं, ग्रामीण उपभोक्ताओं की हर महीने ₹306 तक बचत होगी।
बिना किसी फिक्स्ड चार्ज या अतिरिक्त शुल्क के सबको लाभ
ऊर्जा विभाग ने ये साफ कर दिया है कि 125 यूनिट तक बिजली खपत करने वालों को कोई भी फिक्स्ड चार्ज, ऊर्जा शुल्क या अन्य टैक्स नहीं देना होगा। यानि अब बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को बिना किसी झंझट के मुफ्त बिजली लाभ मिलेगा।
समझिए कैसे मिला सबको फायदा
बिजली विभाग के प्रधान सचिव मनोज कुमार सिंह ने घोषणा कि है कि 125 यूनिट बिजली फ्री है। इसके अनुसार जो उपभोक्ता 125 यूनिट से अधिक बिजली उपयोग करते हैं, वह भी इस स्कीम में शामिल होंगे। उनके कुल बिल से पहले 125 यूनिट घटा दिए जाएंगे। केवल शेष यूनिट के लिए बिल लिया जाएगा।
उदाहरण: अगर कोई परिवार 200 यूनिट बिजली खर्च करता है, तो केवल 75 यूनिट का बिल बनेगा। इससे मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास को सबसे बड़ा फायदा होगा। साथी इसमें वह लोग भी शामिल हैं। जो परिवार 1000 या 500 यूनिट बिजली खर्च करते हैं। तो भी ऐसे परिवारों को इसका फायदा मिलेगा।
जानिए पूरा कैलकुलेशन, कैसे हुई बचत
बताते चलें कि बिहार में बिजली उपभोक्ताओं की दो श्रेणी है, शहरी और ग्रामीण। ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए बिहार विद्युत नियामक आयोग की ओर से 9.42 रुपया प्रति यूनिट तय किया गया है। जिस पर राज्य सरकार ₹4.97 पैसा प्रति यूनिट की सब्सिडी देती है। इस लिहाज से ग्रामीण उपभोक्ताओं को ₹2.45 पैसे प्रति यूनिट बिजली उपलब्ध होती है। इस लिहाज से 306.25 रुपए की शुद्ध बचत ग्रामीण उपभोक्ताओं को मिलेगी।
वहीं, शहरी उपभोक्ताओं के लिए नियामक की ओर से दो स्लैब है। पहले 100 यूनिट के लिए 7.42 रुपया दूसरे 100 यूनिट के लिए 8.95 रुपया प्रति यूनिट तय है। जिस पर राज्य सरकार पहले 100 यूनिट पर 3.30 रुपया सब्सिडी देती है। इसके बाद अगले 100 यूनिट पर 3.43 पैसा सब्सिडी दी जाती है। इस लिहाज से देखा जाए तो पहले 100 यूनिट 4 रुपए 12 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से दे होते हैं। जिस पर शुद्ध 412 रुपए की बचत है। इसके बाद दूसरे 100 यूनिट की कीमत सब्सिडी के बाद 5.52 रुपए होती है। इस हिसाब से 25 यूनिट की कीमत 138 रुपए होती है। यदि 412 और 138 को जोड़ा जाए तो 550 रुपए की शुद्ध बचत आम लोगों को मिलेगी।
बिजली अब केवल सुविधा नहीं, राहत भी
बिजली उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली मुफ्त देना नीतीश कुमार और बिहार सरकार का एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है। राज्य सरकार ने बिना किसी भेदभाव के 125 यूनिट बिजली मुफ्त दी है। 125 यूनिट बिजली मुफ्त का लाभ लेने के लिए बिहार के किसी नागरिक को जाति धर्म और आय का प्रमाण पत्र भी देने की जरूरत नहीं है। बिजली अब केवल सुविधा नहीं, बल्कि सरकार की संवेदना का प्रतीक भी बन गई है। नीतीश सरकार ने यह साबित किया कि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की ज़रूरतों को समझते हुए फैसले लिए जा सकते हैं।