Edited By Nitika, Updated: 03 Apr, 2022 12:01 PM
बिहार के प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ी खुशखबरी है। उन्हें अब रोजगार की तलाश के लिए इधर-उधर भटकने की जरुरत नहीं पड़ेगी। वहीं श्रमिकों को अपने ही राज्य में रोजगार दिलवाने के लिए सरकार प्रयासरत है।
पटनाः बिहार के प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ी खुशखबरी है। उन्हें अब रोजगार की तलाश के लिए इधर-उधर भटकने की जरुरत नहीं पड़ेगी। श्रमिकों को अपने ही राज्य में रोजगार दिलवाने के लिए सरकार प्रयासरत है। वहीं कोरोना काल के दौरान लाखों की संख्या मनें श्रमिल बिहार लौटे थे।
नीतीश सरकार के द्वारा सीएम उद्यमी योजना के तहत रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना के तहत 60 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है, जिसमें अभी तक 16 हजार लोगों का चयन किया जा चुका है। वहीं बिहार के बाहर काम करने वाले प्रवासी मजदूरों की पहचान के लिए श्रम संसाधन विभाग एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है। इसमें सभी मजदूरों का नाम, पता और उनके स्किल के साथ ही सम्पर्क नंबर को भी अपलोड किया जाएगा, जिससे उनकी मौजूदा लोकेशन का पता किया जाएगा।
बता दें कि श्रम संसाधन विभाग ओर से एक स्थायी कॉल सेंटर भी बनाया जा रहा है। इस कॉल सेंटर पर कभी भी कोई मजदूर फोन कर सकता है। इतना ही नहीं यह कॉल सेंटर 24 घंटे और सातों दिन मजदूरों की शिकायतों को सुनकर उसका निवारण करेगा।