Edited By Ramanjot, Updated: 28 Jul, 2020 09:47 AM
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन विभाग के सचिव को बाढ़ के पानी के दबाव वाले तटबंधों पर अभियंताओं को अलर्ट रखने का निर्देश दिया है।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन विभाग के सचिव को बाढ़ के पानी के दबाव वाले तटबंधों पर अभियंताओं को अलर्ट रखने का निर्देश दिया है।
नीतीश ने सोमवार को जल संसाधन विभाग के सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि जिन तटबंधों पर बाढ़ के पानी का दबाव है, वहां विभाग के अभियंता अलर्ट मोड पर रहें। तटबंधों के निकट बाढ़ सुरक्षात्मक सामग्रियों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में आपातकालीन मरम्मत की जा सके। उन्होंने दबाव वाले तटबंधों पर सातों दिन चौबीस घंटे पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और कहा कि इससे बांधों की नियमित निगरानी हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को बाढ़ प्रभावित जिलों में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए पीड़ितों को अच्छे राहत शिविरों में बेहतर व्यवस्था के साथ रखने का निर्देश दिया और कहा कि उनके लिये पर्याप्त संख्या में सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की जाय। साथ ही राहत केन्द्रों में निर्धारित संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार समुचित व्यवस्था उपलब्ध हो। आवश्यकता के अनुसार सामुदायिक रसोई और राहत केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए और वहां सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो।
नीतीश ने कहा कि राहत केंद्र में रहने वाले लोगों को नि:शुल्क मास्क उपलब्ध कराया जाए। इन केंद्रों में रहने वाले लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो। साथ ही सामुदायिक रसोई में भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। आवश्यकता के अनुसार नावों की समुचित व्यवस्था हो। साथ ही पशुओं के लिए भी रहने एवं चारे की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। एसओपी के अनुसार बाढ़ प्रभावित इलाकों में जीआर वितरण का कार्य प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से तीव्र गति से कराना सुनिश्चित किया जाए ताकि सभी बाढ़ प्रभावित लोगों को इसका लाभ मिल सके। इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।