Edited By Ramanjot, Updated: 27 Dec, 2020 11:14 AM
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने कहा कि इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे से स्पष्ट हो गया है कि सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में नेता अपना राजनीतिक भविष्य सुरक्षित नहीं देख रहे हैं इसलिए अरुणाचल प्रदेश की घटना राज्य में भी दोहराई जा सकती है।
पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने कहा कि इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे से स्पष्ट हो गया है कि सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में नेता अपना राजनीतिक भविष्य सुरक्षित नहीं देख रहे हैं इसलिए अरुणाचल प्रदेश की घटना राज्य में भी दोहराई जा सकती है।
पूर्व विधायक एवं लोजपा के वरिष्ठ नेता रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में बिहार के लोगों ने जदयू को तीसरे नंबर की पार्टी बना दी है। पहले बिहार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में जदयू बड़े भाई की भूमिका में था लेकिन वन मैन शो की पार्टी चला रहे नीतीश कुमार के कारण जदयू तीसरे नंबर पर आ गई है। उन्होंने कहा कि जदयू में नेतृत्व संकट खड़ा हो गया है और अब नेता या विधायक अपने आप को इस दल में सुरक्षित नहीं मान रहे हैं। जदयू छोड़ने वाले अरुणाचल के विधायकों को शामिल कराने में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भूमिका नहीं है।
चौरसिया ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश की घटना कोई आश्चर्यजनक नहीं है। इस तरह की घटना बिहार में भी दोहराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में जदयू में नेता अपना भविष्य सुरक्षित नहीं देख रहे हैं। इसलिए, जिन्हें जहां भविष्य उज्जवल नजर आ रहा है वहां जा रहे हैं। वर्तमान में भाजपा ही सबसे सुरक्षित पार्टी है और भाजपा में ऊपर से लेकर नीचे तक नेतृत्व भरा पड़ा है। इसी से लोग भाजपा का दामन थाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की हालत आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू की तरह हो गई है।