Edited By Nitika, Updated: 02 Sep, 2020 06:29 PM
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के अपेक्षित प्रवेश ने गठबंधन के एक अन्य घटक लोजपा के भीतर बेचैनी बढ़ा दी है।
नई दिल्ली/पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के अपेक्षित प्रवेश ने गठबंधन के एक अन्य घटक लोजपा के भीतर बेचैनी बढ़ा दी है।
लोजपा ने अगले सप्ताह अपने राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू के साथ लोजपा के बिगड़ते संबंधों के संकेत के बीच पार्टी सूत्रों ने कहा कि 7 सितंबर को बोर्ड की बैठक के एजेंडा में मुख्य मुद्दा यह है कि क्या जदयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारना है। चिराग पासवान की पार्टी ने अब तक भाजपा पर निशाना साधने से परहेज किया है और यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ भी की है। लेकिन नीतीश कुमार के खिलाफ उसके तेवर हमलावर रहे हैं।
वहीं लोजपा नेता ने कहा कि हम निश्चित रूप से उन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रहे हैं, जहां जदयू चुनाव लड़ेगी। पासवान ने इस संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन कहा कि उनकी पार्टी उचित समय पर फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि मेरा ध्यान अपनी पार्टी को चुनाव के लिए तैयार करने पर है। मेरी पार्टी के हित में जो भी निर्णय लिए जान हैं, उचित समय पर लिए जाएंगे।