Edited By Ramanjot, Updated: 17 Dec, 2020 03:34 PM
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सहयोगी बने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने शराबबंदी कानून के तहत जेल में बंद लोगों को छोड़ने की मांग कर सरकार की परेशानी बढ़ा दी है।
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सहयोगी बने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने शराबबंदी कानून के तहत जेल में बंद लोगों को छोड़ने की मांग कर सरकार की परेशानी बढ़ा दी है।
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह बड़ी मांग कर दी है। उन्होंने शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए नीतीश कुमार को बधाई दी है। साथ ही अनुरोध किया है कि वैसे गरीब जो शराबबंदी कानून के तहत छोटी गलती के लिए तीन माह से जेल में बंद हैं उनकी जमानत की व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं। परिवार के मुखिया के जेल में बंद रहने के कारण उनके बच्चे भूखे हैं।
उल्लेखनीय है कि जीतनराम मांझी ने तीन दिन पहले कहा था कि यदि वह कुछ दिन और मुख्यमंत्री के पद पर रहते तो बेरोजगारों के लिए 75 लाख तक की ठेकेदारी में आरक्षण व्यवस्था को लागू कर देते। अभी तक उनके इस प्रस्ताव को सरकार ने लागू नहीं किया है।