Edited By Ramanjot, Updated: 17 Jun, 2021 04:32 PM
बैठक को सम्बोधित करते हुए नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ सुनील कुमार ने बताया कि बिहार देश में सबसे तेजी से विकास की राह पर अग्रसर अर्थव्यवस्था के रूप में चिह्नित है, लेकिन यह विकास सतत रहे उसके लिए यह नितान्त आवश्यक है कि आधारभूत संरचनाओं के विकास...
पटनाः बिहार में कृषि के सम्यक विकास के लिए राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और कृषि विभाग साझा प्रयास करेगा।
नाबार्ड की ओर से बिहार के कृषि, उद्यान और पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बुधवार को बैठक आयोजित की गई, जिसके माध्यम से राज्य में कृषि एवं इस पर आधारित गतिविधियों के सम्यक विकास के लिए नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ सुनील कुमार ने बताया कि बिहार देश में सबसे तेजी से विकास की राह पर अग्रसर अर्थव्यवस्था के रूप में चिह्नित है, लेकिन यह विकास सतत रहे उसके लिए यह नितान्त आवश्यक है कि आधारभूत संरचनाओं के विकास के माध्यम से आजीविका का निर्माण हो, जिससे राज्य का मानव विकास सूचकांक भी बेहतर हो।
डॉ. सुनील कुमार ने इस बात पर हर्ष ज़ाहिर किया कि विगत कुछ वर्षों में राज्य द्वारा ग्रामीण आधारभूत संरचना कोष (आरआईडीएफ) के तहत आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए अधिकतम राशि का उपयोग किया गया है। आवश्यकता यह है कि अन्य योजनाओं का भी प्रभावी उपयोग करते हुए राज्य में माइक्रो इरिगेशन, बेहतर ग्रामीण माकेर्ट व्यवस्था, पशुपालन एवं मछली पालन से सम्बंधित आधारभूत संरचनाओं के विकास के माध्यम से कृषि और इस पर आधारित उद्योग को लाभदायक बनाया जाए।