Edited By Nitika, Updated: 28 Dec, 2020 12:26 PM
रविवार का दिन बिहार के लिए दौरव का क्षण रहा। जहां एक तरफ जदयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूर में आरसीपी सिंह के नाम पर मुहर लगाई गई, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड (लंदन) का...
पटनाः रविवार का दिन बिहार के लिए दौरव का क्षण रहा। जहां एक तरफ जदयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूर में आरसीपी सिंह के नाम पर मुहर लगाई गई, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड (लंदन) का सर्टिफिकेट मिला।
दरअसल, मुख्यमंत्री को यह सम्मान लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने और राजनीति में अतुलनीय योगदान के लिए दिया गया। वह लगातार तीन टर्म से बिहार के सीएम हैं। जदयू ने नीतीश कुमार को अपनी सबसे बड़ी पूंजी मानते हुए उनके चेहरे और काम के हवाले खुद को देशभर में फैलाने की बात तय की है। वहीं रविवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के इस प्रस्ताव को राष्ट्रीय परिषद ने सर्वसम्मति से पारित किया। बैठक में कई और प्रस्ताव पारित हुए।
बता दें कि बैठक में राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) आरसीपी सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए गए। सीएम नीतीश कुमार ने खुद उनके नाम का प्रस्ताव दिया। राष्ट्रीय कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से नीतीश कुमार के प्रस्ताव का समर्थन किया।