Edited By Ramanjot, Updated: 14 Feb, 2022 07:05 PM
नीतीश कुमार ने कोरोना पॉजिटिव मामलों में वृद्धि के कारण एक महीने से अधिक समय के बाद फिर से सोमवार को शुरू ''जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम'' के तुरंत बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वर्ष 2005 में सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने...
पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कोई राजनीतिक मुद्दा या व्यक्तिगत विचार नहीं बल्कि यह जनहित और राज्यहित में है इसलिए केंद्र सरकार को बिहार समेत अन्य पिछड़े राज्यों को भी विकसित राज्यों के समकक्ष लाने के लिए इसपर गौर करना चाहिए।
नीतीश कुमार ने कोरोना पॉजिटिव मामलों में वृद्धि के कारण एक महीने से अधिक समय के बाद फिर से सोमवार को शुरू 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम' के तुरंत बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वर्ष 2005 में सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने सीमित उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए राज्य के विकास के लिए सर्वोत्तम प्रयास किया है, बावजूद इसके बिहार विकास के विभिन्न मापदंडों पर अभी भी राष्ट्रीय औसत से बहुत पीछे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग लंबे समय से की जा रही है। इसके लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने कई कार्यक्रम, बैठकें और अभियान चलाया तब केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस मुद्दे पर अध्ययन के लिए एक समिति गठित की थी और उस समिति ने भी अपनी कुछ बात कही थी लेकिन इसके बावजूद केंद्र की उस समय की सरकार ने राज्य को विशेष दर्जा नहीं दिया।