Edited By Ramanjot, Updated: 09 Dec, 2021 01:00 PM
16 अगस्त 2019 को असहनी गांव निवासी मृत्युंजय नाथ पांडेय ने खेसारी लाल के खिलाफ रसूलपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर में कहा गया कि खेसारी लाल ने सात कट्ठा 11 धुर जमीन 22 लाख 7 हजार रुपए में खरीदी थी। वहीं चार जून 2019 को एकमा रजिस्ट्री...
पटनाः भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव मुश्किलों में घिरते हुए नजर आ रहे हैं। उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। दरअसल, जमीन खरीदने के बाद रुपए नहीं देने के मामले में छपरा के न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी सह विशेष न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सरोज की अदालत ने खेसारी लाल यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
16 अगस्त 2019 को असहनी गांव निवासी मृत्युंजय नाथ पांडेय ने खेसारी लाल के खिलाफ रसूलपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर में कहा गया कि खेसारी लाल ने सात कट्ठा 11 धुर जमीन 22 लाख 7 हजार रुपए में खरीदी थी। वहीं चार जून 2019 को एकमा रजिस्ट्री कार्यालय में इस जमीन की रजिस्ट्री हुई। इसके बाद खेसारी लाल ने 18 लाख रुपए का चेक दिया था, जो बाद में बाउंस कर गया।'
पुलिस द्वारा 22 अगस्त 2020 को आरोप पत्र दायर किया गया। आरोप पत्र दाखिल होने के बाद कोर्ट में उपस्थित नहीं होने पर 22 जनवरी 2021 को खेसारी लाल यादव के खिलाफ सम्मन जारी किया गया था। इसके बाद 25 फरवरी 2021 को जमानतीय वारंट जारी करने का आदेश दिया गया, लेकिन फिर भी खेसारी लाल कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए तो कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।