Edited By Nitika, Updated: 09 Dec, 2020 11:33 AM
बिहार में एनडीए ने कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के आह्वान पर एक दिवसीय भारत बंद को पूरी तरह से विफल बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बंद के नाम पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर गुंडागर्दी की, जिससे आम आदमी को काफी परेशानी...
पटनाः बिहार में एनडीए ने कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के आह्वान पर एक दिवसीय भारत बंद को पूरी तरह से विफल बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बंद के नाम पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर गुंडागर्दी की, जिससे आम आदमी को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कृषि कानून के खिलाफ भारत बंद को विपक्ष का 'फ्लॉप शो' करार दिया। साथ ही कहा कि भारत बंद के नाम पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर गुंडागर्दी की, जिससे आम आदमी को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। दुकानों को जबरदस्ती बंद करवाने का प्रयास किया गया। फुटपाथ पर सामान बेचकर गुजर-बसर करने वाले गरीबों के सामान फेंक दिए गए। ऑटो चालकों के साथ मारपीट कर धमकाया गया। इन उपद्रवों के बीच राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में लोग भारत बंद का विरोध करते हुए रोजमर्रा की तरह अपने कार्यों में जुटे रहे।
वहीं मंगल पांडेय ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों के इशारे पर भारत बंद का आह्वान अपनी राजनीति चमकाने के लिए किया गया। भारत बंद का आह्वान सिर्फ सियासी फायदे के लिए किया गया था, जिसमें किसानों की भागीदारी नहीं थी। समस्तीपुर में तो किसान भारत बंद का विरोध करते भी दिखे। जिन लोगों का सरोकार जनता से पूरी तरह कट चुका है, वे भारत बंद के बहाने अपनी सियासी जमीन तलाश करने के लिए अपनी पार्टी के झंडे के साथ सड़कों पर दिखे।