Edited By Nitika, Updated: 28 Dec, 2020 05:44 PM
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 40 सीटों पर बेहद कड़ा मुकाबला रहा। इन सीटों पर हार-जीत का अंतर 3,500 से भी कम रहा। इनमें से 11 सीटें ऐसी थीं, जिन पर 1 हजार से भी कम मतों से हार-जीत का फैसला हुआ।
पटनाः बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 40 सीटों पर बेहद कड़ा मुकाबला रहा। इन सीटों पर हार-जीत का अंतर 3,500 से भी कम रहा। इनमें से 11 सीटें ऐसी थीं, जिन पर 1 हजार से भी कम मतों से हार-जीत का फैसला हुआ। इतना ही नहीं हिल्सा सीट पर तो सिर्फ 12 मतों से जदयू प्रत्याशी ने जीत दर्ज की। वहीं कम मतों के अंतर से हारे हुए कुछ प्रत्याशियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस कदम से सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के विधायकों की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दरअसल, काफी कम मतों के अंतर से हारे हुए 29 प्रत्याशियों ने 27 विधायकों के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में मुकदमा दर्ज करवा दिया है। मुख्य न्यायाधीश के सामने प्रस्तुति और लिस्टिंग भी हो चुकी है। साथ ही 4 जनवरी को कोर्ट खुलने के बाद सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। वहीं मुकदमा दर्ज करवाने वालों में सबसे अधिक 8 राजद और 6 कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। इसके अतिरिक्त 5 निर्दलीयों को भी प्रतिद्वंद्वियों की जीत पर आपत्ति है। सत्ता पक्ष के भी 5 प्रत्याशी चुनाव आयोग के खिलाफ कोर्ट गए हैं। इनमें 3 जदयू और 2 भाजपा के हैं। माकपा और बसपा के भी 1-1 प्रत्याशी हैं।
बता दें कि जिन जीते हुए विधायकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, उनमें जदयू के 9, भाजपा के 6 और राजद के 7 विधायक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त कांग्रेस, माले, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और लोजपा के भी 1-1 विधायक के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है।