Edited By Swati Sharma, Updated: 22 Dec, 2022 12:18 PM
मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जहरीली शराब पीकर किसी की मृत्यु मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है। ऐसे में मानवाधिकार की टीम का बिहार दौरा किस लिए हो रहा है, ये सभी समझ रहे हैं।
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद राज्य सियासत भी थमती नहीं दिख रही। वहीं मानवाधिकार आयोग के दौरे पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार का मानना है कि जहरीली शराब पीकर किसी की मृत्यु मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है।
मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जहरीली शराब पीकर किसी की मृत्यु मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है। ऐसे में मानवाधिकार की टीम का बिहार दौरा किस लिए हो रहा है, ये सभी समझ रहे हैं। देश के कई अन्य राज्यों में भी सैकड़ों लोग जहरीली शराब पीकर मौत का शिकार हो चुके हैं, लेकिन आज तक कहां मानवाधिकार आयोग की टीम गई है, यह भी देखना चाहिए।
बता दें कि दूसरे दिन राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की दूसरी टीम बिहार पहुंची। छपरा में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया। आयोग की टीम सबसे पहले मसरख के बहरौली पहुंची जहां सदस्यों ने सबसे पहले पीड़ितों से बात की। गौरतलब है कि जहरीली शराब पीने के बाद मानवाधिकार आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेकर जांच का निर्णय लिया था और इसी के तहत 10 सदस्य टीम सारण दौरे पर है।