Edited By Nitika, Updated: 04 Oct, 2021 05:50 PM
बिहार के पूर्णिया जिले के आशुतोष ने इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में देश भर में 22वां रैंक हासिल कर न केवल अपने मां-बाप के सपने को साकार किया है बल्कि अपने राज्य का भी नाम रौशन किया है। वहीं लॉकडाउन में घर चलाने के लिए आशुतोष ने पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी...
पूर्णियाः बिहार के पूर्णिया जिले के आशुतोष ने इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में देश भर में 22वां रैंक हासिल कर न केवल अपने मां-बाप के सपने को साकार किया है बल्कि अपने राज्य का भी नाम रौशन किया है। वहीं लॉकडाउन में घर चलाने के लिए आशुतोष ने पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी की।
पूर्णिया के चुनापुर निवासी पेशे से अधिवक्ता विनय प्रकाश झा का पुत्र आशुतोष कुमार ने इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में देशभर में 22वां रैंक पाया है। आशुतोष की पढ़ाई पूर्णिया के जिला स्कूल से हुई। इसके बाद उसने उड़ीसा से बीटेक और आईआईटी दिल्ली से एमटेक किया। उन्हें बचपन से ही साइंस में लगाव था। वो एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानते हैं। वहीं आशुतोष की मां कहती है कि गरीबी के कारण पढ़ाई-लिखाई में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन अपने संघर्ष और मेहनत की बदौलत आज उनका बेटा न केवल इसरो में साइंटिस्ट बनेगा बल्कि इस ख्याति प्राप्त परीक्षा में देशभर में 22वां स्थान पाया है।
बता दें कि आशुतोष के पिता विनय प्रकाश झा कहते हैं कि उसने काफी संघर्ष कर आशुतोष को पढ़ाया है। लॉकडाउन में जब उनकी माली हालत काफी खराब हो गई तो आशुतोष ने दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी कर अपनी पढ़ाई भी की और घर को भी संभाला।