Edited By Nitika, Updated: 01 May, 2022 12:36 PM
बिहार के नवादा सदर अस्पताल में इन दिनों अस्पताल प्रबंधन की खामियां देखने को मिल रही है।रोजाना अस्पताल की कुव्यवस्था से लोगों को रूबरू होना पड़ता है। वहीं जो सुविधा अस्पताल प्रबंधन की तरफ से मिलनी चाहिए, वो मरीजों को नहीं मिल पा रहा है।
नवादाः बिहार के नवादा सदर अस्पताल में इन दिनों अस्पताल प्रबंधन की खामियां देखने को मिल रही है।रोजाना अस्पताल की कुव्यवस्था से लोगों को रूबरू होना पड़ता है। वहीं जो सुविधा अस्पताल प्रबंधन की तरफ से मिलनी चाहिए, वो मरीजों को नहीं मिल पा रहा है।
दरअसल, हाल ही में अस्पताल में कुछ ऐसे ही तस्वीरें देखने को मिल रही है, जहां पकरीबरावां के देवी बिगहा से आए एक महिला को उसके परिजन अपने हाथ में लेकर सदर अस्पताल में इधर-उधर भटकते रहे। हालांकि महिला घर से ही मृत आई थी लेकिन इस दौरान अस्पताल कर्मियों के द्वारा न तो उसे स्ट्रेचर उपलब्ध करवाया गया और न ही उसे घर जाने के लिए एंबुलेंस दिया गया।
वहीं डॉक्टरों के मृत घोषित करने के बाद परिजन उसे अपने साथ ले गए जबकि नियम के अनुसार, अस्पताल प्रबंधन को एम्बुलेंस के जरिए डेड बॉडी को उसके घर तक भिजवाना चाहिए था। इस मामले पर सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में एंबुलेंस की कमी जरूर है। आए दिन एम्बुलेंस कहीं ना कहीं अलग-अलग स्थानों पर भेजा जाता है। अभी भी एम्बुलेंस मुख्य सचिव के कार्यक्रम में गई हुई है।
स्ट्रेचर की बात पर सिविल सर्जन ने कहा कि इस मामले में वह कर्मी से जवाब लेंगे। हालांकि इन सभी व्यवस्था को देखने के लिए अस्पताल उपाधीक्षक और अस्पताल मैनेजर का पोस्ट भी बना हुआ है मगर दोनों अधिकारी कहीं भी ऐसे मामलों में नजर नहीं आते।