Edited By Ramanjot, Updated: 29 Jan, 2021 11:37 AM
राज्यसभा सांसद एवं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसान संगठनों एवं उनके समर्थक दलों के प्रति जनता में काफी गुस्सा होने का दावा किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे में राजद की मानव श्रृंखला बनाने...
पटनाः भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने गुरुवार को ट्वीट किया कि शांतिपूर्ण तरीके से असहमति और विरोध प्रकट करने की अनुमति देने के लिए गणतंत्र की महिमा है लेकिन देश के 72वें गणतंत्र दिवस पर उत्पात और हिंसा करने वालों ने गणतंत्र की उदारता को ही इस पर हमले का हथियार बनाकर अपना असली खूनी चेहरा दिखाया।
सुशील मोदी ने कहा कि जनता में अब कथित किसान संगठनों और उनके समर्थक दलों के प्रति काफी गुस्सा है। दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को खाली कराया जा चुका है। कुछ संगठनों ने आंदोलन से किनारा कर लिया है। इसके बावजूद बिहार में मानव श्रृंखला बनाने की राजद की जिद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने दावा किया कि असली किसान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ हैं। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस सहित 16 विपक्षी दलों ने पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर और तलवार से हमला करने वाले पंजाब-हरियाणा के उत्पातियों की न कडे़ शब्दों में निंदा की, न हिंसक हुए आंदोलन से अपना समर्थन वापस लिया लेकिन उनके पक्ष में दिखने के लिए इन दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की घोषणा अवश्य कर दी।
पूर्व उप मुख्यमंत्री कहा कि विपक्ष का यह फैसला अराजकता और हिंसा का नैतिक समर्थन करने जैसा है। मोदी ने कहा कि जब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी राष्ट्रपति को किसानों के फर्जी हस्ताक्षरों वाला ज्ञापन सौंप सकते हैं तो वह कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेता।