Edited By Nitika, Updated: 22 Mar, 2022 04:52 PM
बोचहां विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा की ओर से अपना उम्मीदवार उतार दिए जाने के बाद बिहार की सियासत में भूचाल आ गया। भाजपा ने बेबी देवी को अपना उम्मीदवार बनाया जबकि इससे पहले वीआईपी के मुसाफिर पासवान यहां से विधायक थे।
पटनाः बोचहां विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा की ओर से अपना उम्मीदवार उतार दिए जाने के बाद बिहार की सियासत में भूचाल आ गया। भाजपा ने बेबी देवी को अपना उम्मीदवार बनाया जबकि इससे पहले वीआईपी के मुसाफिर पासवान यहां से विधायक थे। हालांकि मुसाफिर पासवान के निधन के बाद उनके पुत्र अमर पासवान को वीआईपी ने अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया था। वहीं अचानक भाजपा से बेबी देवी को टिकट दिए जाने के बाद पूरा समीकरण बिगड़ गया।
अमर पासवान ने थामा RJD का दामन
इस कहानी में तब और ट्विस्ट आ गया जब अमर पासवान ने राजद का दामन थाम लिया। राजद ने वहां से अमर पासवान को अपना उम्मीदवार बना दिया जबकि इस सीट पर राजद नेता रमई राम अपनी नजर बनाए हुए थे लेकिन पार्टी ने इन्हें दरकिनार कर दिया। मुकेश सहनी ने राजद के वरिष्ठ नेता रमई राम और उनकी बेटी गीता कुमारी को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके बाद उन्होंने कहा कि बोचहां विधानसभा उपचुनाव वीआईपी मजबूती से लड़ेगी। गीता देवी चुनाव लड़ेगी और जीत भी होगी। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को जो परिणाम आएगा, वो सबको चौंका देगा।
सहनी ने रमई राम की बेटी को बनाया उम्मीदवार
वहीं उपचुनाव को लेकर वीआईपी प्रमुख ने कहा कि जो हो रहा है, वह गलत है। हम चाहते थे कि एनडीए के साथ रहे लेकिन हमें बेइज्जत किया गया, इसीलिए हम अकेले चुनाव लड़ रहे है। लोग आजकल जबरन दूसरे के घर मे घुस रहे हैं। उधर अमर पासवान के राजद का दामन थामने पर सहनी ने कहा कि मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। हम कल भी उनके परिवार के साथ थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे जबकि राजद नेता रमई राम ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर धोखा देने का आरोप लगाया है।