Edited By Ramanjot, Updated: 01 Apr, 2022 11:47 AM
दरअसल, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हफला गंज से मोहम्मद आलम अपनी बीमार मां को इलाज के लिए ठेले पर लादकर सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। पूछने पर मोहम्मद आलम ने बताया कि उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली। मजबूरन उसे ठेले से अपनी मां को इलाज के लिए अस्पताल लाना पड़ा।...
कटिहारः बिहार में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। एंबुलेंस रहने के बावजूद भी मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिल रहा है। ऐसा ही मामला कटिहार सदर अस्पताल में देखने को मिला है, जहां एम्बुलेंस नहीं मिली तो मरीज को ठेले पर लाद कर अस्पताल ले जाया गया।
दरअसल, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हफला गंज से मोहम्मद आलम अपनी बीमार मां को इलाज के लिए ठेले पर लादकर सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। पूछने पर मोहम्मद आलम ने बताया कि उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली। मजबूरन उसे ठेले से अपनी मां को इलाज के लिए अस्पताल लाना पड़ा। यूं तो कटिहार में 33 एंबुलेंस हैं, जिसमें 9 एंबुलेंस रद्दी है और बाकी एंबुलेंस रहने के बावजूद भी मरीजों को उसका सुविधा नहीं मिल रहा।
वहीं आजमनगर से भी आए हुए मरीज को सदर अस्पताल से दूसरी जगह रेफर करने पर भी एम्बुलेंस सेवा नहीं मिलने के कारण मरीज के परिजन भटकते नजर आए, कटिहार सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था से मरीज के परिजनों के साथ साथ आम लोगों मे भी आक्रोश है कि इनकी सुधि लेने वाला कोई नही।