Edited By Ramanjot, Updated: 30 Jul, 2020 10:13 AM
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यावरण की विचित्र स्थिति के कारण एक तरफ बाढ़ तो दूसरी तरफ कोरोना के संकट से निपटने के लिए हर तरह से तैयार होकर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत शिविर में शरण लेने वाले लोगों की एंटीजन जांच अवश्य कराएं।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यावरण की विचित्र स्थिति के कारण एक तरफ बाढ़ तो दूसरी तरफ कोरोना के संकट से निपटने के लिए हर तरह से तैयार होकर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत शिविर में शरण लेने वाले लोगों की एंटीजन जांच अवश्य कराएं।
नीतीश ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पर्यावरण की विचित्र स्थिति के कारण एक तरफ बाढ़ तो दूसरी तरफ कोरोना के संकट से निपटने के लिए हर तरह से तैयार होकर चलना पड़ेगा। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों का ठीक से आंकलन कराकर राहत की निर्धारित राशि जल्द से जल्द उनके खाते में अंतरित की जाए। पहले से तय निर्धारित संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार सभी प्रकार की राहत बाढ़ प्रभावित लोगों को उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामुदायिक रसोई में भोजन की उत्तम व्यवस्था बनाए रखें एवं राहत शिविरों में पेयजल, शौचालय की समुचित व्यवस्था की जाए। मास्क का नि:शुल्क वितरण एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत शिविरों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। शिविरों में आने वाले लोगों की एंटीजन जांच अवश्य कराएं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एंटीजन किट आपूर्ति की संख्या बढ़ाएं।