Edited By Ramanjot, Updated: 06 Oct, 2020 02:29 PM
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में अपनी हार को देखते हुए बौखलाहट में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) राजद नेता रहे शक्ति मलिक हत्याकांड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को...
पटनाः बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में अपनी हार को देखते हुए बौखलाहट में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) राजद नेता रहे शक्ति मलिक हत्याकांड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को फंसाने में लगा है।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तेजस्वी यादव को इस मामले में फंसाने के लिए सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के इशारे पर सब किया जा रहा है। बगैर सत्ता संरक्षण के यह सब नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के नेता पर इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज हुई है। राजद दर्ज प्राथमिकी की प्रति और समन का इंतजार कर रहा है। उसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
झा ने कहा कि जिस टेलीफोन नंबर की चर्चा विरोधियों की ओर से की जा रही है वह नंबर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास से 21 नवंबर 2016 को ही भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) द्वारा हटा लिया गया था। यह टेलीफोन नंबर राबड़ी देवी को विधानमंडल दल की नेता के तौर पर मिला था। इसके बाद इस नंबर का टेलीफोन वन विभाग, पटना के रेंजर कार्यालय में लगा। उन्होंने कहा कि 18 मार्च 2019 को वन विभाग के पटना कार्यालय से भी इसे हटा दिया गया।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि फोन नंबर धारक की पहचान बताने वाला मोबाइल ऐप ट्रू कॉलर पर इस नंबर को सर्च करने पर इसे तेजस्वी यादव के नाम पर सेव बताता है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि वन विभाग से फोन के हटने के बाद विच्छेदित फोन किसके गोद में जाकर बैठ गया। विच्छेदित फोन अब विपक्ष पर हमला का माध्यम बन गया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में बीएसएनएल को भी चिट्ठी भेजकर जांच करने को कहा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में अपनी हार को देखते हुए साजिश के तहत सत्तापक्ष सरकारी महकमों से मिलकर इस गंदे खेल में लगा है।