Edited By Nitika, Updated: 08 Jan, 2021 01:26 PM
कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन से पहले सियासी टीकाकरण का दौर शुरू हो चुका है। वैक्सीन के बाजार में उतरने से पहले ही इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का डोज दिया जाने लगा है। वैक्सीन को लेकर जमकर राजनीति हो रही है।
पटनाः कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन से पहले सियासी टीकाकरण का दौर शुरू हो चुका है। वैक्सीन के बाजार में उतरने से पहले ही इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का डोज दिया जाने लगा है। वैक्सीन को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। वहीं अब इस सियासत के बीच लालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव भी कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि पहले पीएम मोदी टीका लगवा लें, उनके बाद हम भी तुरंत कोरोना वैक्सीन ले लेंगे।
तेजप्रताप ने ट्वीट कर लिखा कि “चौकीदार” इसीलिए रखा जाता है ताकि कोई भी वस्तु “घरवालों” तक पहुंचने से पहले पूरी तरह चेक किया जाए। और हां, भक्तों के कथनानुसार अपना वाला चौकीदार (So Called) तो अपने कर्तव्यों के प्रति कुछ ज़्यादा निष्ठावान भी है। वहीं इससे पहले तेज प्रताप ने बिहार में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर नीतीश सरकार पर हमला भी बोला था। उन्होंने कहा था कि बिहार में कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है और सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है।
बता दें कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का विवादित बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि "भाजपा सरकार की वैक्सीन हम नहीं लगवाएंगे। इन पर मुझे भरोसा नहीं है। जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को फ्री में टीका लगेगा।" अखिलेश के इस बयान पर गिरिराज सिंह ने कहा था कि ये लोग छुपकर वैक्सीन लगवा लेंगे और लोगों को भ्रम में रखेंगे। वे राजनीतिक दृष्टि से ऐसा बोल रहे हैं।