Edited By Ramanjot, Updated: 18 Aug, 2020 10:49 AM
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित होने जा रहे डॉल्फिन शोध संस्थान के लिए राज्य को केंद्र सरकार से मदद की अपेक्षा है।
पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित होने जा रहे डॉल्फिन शोध संस्थान के लिए राज्य को केंद्र सरकार से मदद की अपेक्षा है।
दरअसल, सोमवार को केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के साथ देश भर के पर्यावरण मंत्रियों की ऑनलाइन बैठक हुई। इस दौरान सुशील मोदी ने पटना विश्वविद्यालय परिसर में राज्य सरकार की ओर से 30 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने जा रहे डॉल्फिन शोध संस्थान के लिए केंद्र सरकार से मदद की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि बिहार के तीन शहरों भागलपुर, गोपालगंज एवं गया में नगर वन विकसित किए जाएंगे। इसके साथ ही गंगा सहित पांच नदियों के किनारे पौधारोपण तथा प्रत्येक जिले के चार-पांच चयनित विद्यालयों में ‘स्कूल नर्सरी' खोले जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में ‘प्रोजेक्ट डॉल्फिन' प्रारंभ करने की घोषणा की है। बिहार सरकार की पहल पर ही 05 अक्टूबर 2009 को केंद्र सरकार द्वारा डॉल्फिन को ‘नेशनल एक्युटिक एनिमल' घोषित किया गया था और पूरे देश की डॉल्फिन की आधी आबादी (1,464) बिहार में हैं, इसलिए डॉल्फिन शोध संस्थान के लिए बिहार को केन्द्र सरकार से मदद की अपेक्षा है।