Edited By Ramanjot, Updated: 01 Oct, 2020 10:09 AM
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की लखनऊ अदालत के फैसले को स्वागतयोग्य बताया। उन्होंने कहा कि यह विध्वंस कोई पूर्व नियोजित षड्यंत्र नहीं था।
पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की लखनऊ अदालत के फैसले को स्वागतयोग्य बताया। उन्होंने कहा कि यह विध्वंस कोई पूर्व नियोजित षड्यंत्र नहीं था।
सुशील मोदी ने कहा, ‘‘इस मामले का मैं चश्मदीद गवाह रहा हूं। वहां पर जो मंच बना था, उसका मैं संचालन कर रहा था। कोई पूर्व नियोजित षडयंत्र नहीं था। वहां पर उपस्थित जो भीड़ थी उसने आवेश में आकर पूरी घटना को अंजाम दिया। मोदी के अनुसार मंच पर से लालकृष्ण आडवाणी सहित अन्य नेताओं ने रोकने का काफी प्रयास किया लेकिन भीड़ उन्मादी थी और किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं थी। पूरी घटना से आडवाणी सहित वहां उपस्थित तमाम नेता काफी दुखी थे। अदालत ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है। उन्होंने कहा कि न्यायालय का फैसला स्वीकार और स्वागतयोग्य है।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस. के. यादव ने बाबरी विध्वंस मामले में आरोपी पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया। उन्होंने कहा कि छह दिसंबर 1992 को विवादित बाबरी मस्जिद को ढहाने में असामाजिक तत्वों का हाथ था और इसमें सभी आरोपियों की कोई भूमिका नहीं थी। अदालत ने यह भी कहा कि सीबीआई इस मामले में कोई पुख्ता सबूत पेश नहीं कर सकी है, जिससे उसकी विश्वनीयता पर सवालिया निशान लगता है।