Edited By Nitika, Updated: 27 Jan, 2021 06:03 PM
तेजप्रताप ने पिता की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को ''आजादी पत्र'' लिखा, उसमें खास बात यह रही कि वह पिता का नाम भी सही से नहीं लिख पाए। उन्होंने एक लाइन के ''आजादी पत्र'' में 6 गलतियां की...तेजप्रताप की चिट्ठी में गरीबों की जगह ''गरीवों'', वंचित की जगह...
पटनाः लाइन एक गलतियां अनेक...जी हां, राजद नेता तेजप्रताप यादव ने लालू यादव की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को जो 'आजादी पत्र' लिखा, उसमें वह पिता का नाम भी सही से नहीं लिख पाए। उन्होंने लालू को लिख दिया 'लालु'। इतना ही नहीं तेजप्रताप ने एक लाइन में इतनी गलतियां कि हैं कि विपक्षी दलों के नेता भी उनका मजाक उड़ा रहे हैं।
तेजप्रताप ने अपने पत्र में ‘आदरणनीय श्री लालू प्रसाद जी की जगह ‘आपरणीय श्री लालु प्रसाद जी’ लिख दिया है। सिर्फ लालू ही नहीं, एक वाक्य में कई गलतियां लिखी हैं। जैसे ‘मसीहा’ को ‘मसिहा’ लिख दिया है। इसी तरह ‘मूल्य’ को ‘मुल्य’, ‘गरीबों’ को ‘गरीवों’, और ‘वंचित’ को ‘बंचित’ लिखा है। उन्होंने इतनी ही गलतियां नहीं की है, उन्होंने आगे भी कई शब्द गलत लिखे हैं, जिससे अर्थ का अनर्थ हो गया है। इस पोस्टकार्ड को भेजने के लिए पटना में तेजप्रताप ने मीडियावालों को बुलावा भेजा था। तेजप्रताप के साथ कुछ युवा नेता भी बैठे थे। मीडिया को पोस्टकार्ड जारी करने के बाद तेजप्रताप ने इसे ट्विटर पर भी लगाया। लेकिन अब चर्चा पोस्टकार्ड की नहीं बल्कि उनके लिखे 'लालु' की हो रही है।
वहीं इससे पहले जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल थे, तब शपथ ग्रहण के दौरान उन्होंने तेज प्रताप यादव को गलत उच्चारण के लिए टोक दिया था। बता दें कि तेजप्रताप के पत्र पर एक नई बहस शुरू हो गई है। राज्यपाल के तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ को 'आजादी पत्र' नाम से पोस्ट कार्ड भेजा गया है।