Edited By Nitika, Updated: 18 Nov, 2021 04:05 PM
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को हराने वाले अलौली के पूर्व विधायक चंदन कुमार अब खुद मुखिया का चुनाव हार गए। चंदन ने 2015 में पारस को 27 हजार वोटों से हराया था लेकिन अब वह अपने प्रतिनिधि से लगभग 1,300 मतों से पराजित हो गए।
खगड़ियाः केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को हराने वाले अलौली के पूर्व विधायक चंदन कुमार अब खुद मुखिया का चुनाव हार गए। चंदन ने 2015 में पारस को 27 हजार वोटों से हराया था लेकिन अब वह अपने प्रतिनिधि से लगभग 1,300 मतों से पराजित हो गए।
चंदन कुमार इस बार अपने पैतृक पंचायत तेताराबाद से मुखिया पद के लिए चुनावी रण में उतरे थे। पंचायत चुनाव में उन्हें वह महज 500 वोटों का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाए। चंदन को उनके ही पूर्व प्रतिनिधि नंदकेश कुमार उर्फ मुन्ना प्रताप ने लगभग 1300 मतों से पराजित कर दिया। वहीं चुनाव हारने के बाद पूर्व विधायक ने इसे जनता का फैसला बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता का फैसला सर्वमान्य होता है। जनता ने समर्थन नहीं दिया। इसके कारण हार का सामना करना पड़ा।
बता दें कि 2015 के विधानसभा में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अलौली विधानसभा के नियोजित शिक्षक चंदन राम को खड़ा किया था। उनके खिलाफ पशुपति कुमार चुनावी मैदान में थे। उस समय वह चंदन राम से लगभग 27 हजार वोटों से हार गए थे।