Edited By Nitika, Updated: 25 Apr, 2021 07:41 PM
बिहार में कोरोना का कहर इस कदर बढ़ गया है कि लोगों में इसका खौफ पैदा हो चुका है। ऐसा ही एक मामला दरभंगा जिले से सामने आया है, जहां पर एक कोरोना संक्रमित मरीज का शव 20 घंटे तक घर में पड़ा रहा। वहीं रोती-बिलखती पत्नी के द्वारा मदद की गुहार लगाई गई...
दरभंगाः बिहार में कोरोना का कहर इस कदर बढ़ गया है कि लोगों में इसका खौफ पैदा हो चुका है। ऐसा ही एक मामला दरभंगा जिले से सामने आया है, जहां पर एक कोरोना संक्रमित मरीज का शव 20 घंटे तक घर में पड़ा रहा। वहीं रोती-बिलखती पत्नी के द्वारा मदद की गुहार लगाई गई लेकिन कोई भी उसके पास नहीं आया।
घटना दरभंगा जिले के नगर थाना क्षेत्र की है, जहां पर गंगासागर मोहल्ले में किराए के मकान में रहने वाला 45 वर्षीय व्यवसायी कोरोना का शिकार हो गए। इसके बाद वह अपने घर में आइसोलेट हो गए। इसी बीच 23 अप्रैल को कोरोना से उनकी मृत्यु हो गई। पिता की संक्रमण के चलते मौत हो जाने के बाद घर में 3 बच्चे और पत्नी अकेले रह गए। महिला लगातार आसपास के लोगों से शव के अंतिम संस्कार के लिए गुहार लगा रही थी लेकिन 20 घंटे गुजर जाने के बाद भी मुश्किल की इस घड़ी में किसी ने उनका साथ नहीं दिया।
वहीं अंत में इस घटना की सूचना समाजसेवी नवीन सिन्हा को मिली। वह पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने जिला प्रशासन और नगर आयुक्त से संपर्क किया। 20 घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग से एक कर्मी शव को सेनिटाइज करने पहुंचा। इसके बाद मृतक के एकमात्र रिश्तेदार, मकान मालिक और समाजसेवी के साथ स्वास्थ्यकर्मी राजू राम ने शव को 2 मंजिला मकान से नीचे उतारकर एंबुलेंस में रखा। इसके बाद उन्होंने मिलकर शव का अंतिम संस्कार करवाया।