Edited By Ramanjot, Updated: 02 Dec, 2021 05:18 PM
मंत्री जीवेश मिश्रा ने विधानसभा में कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के वाहनों की आवाजाही की अनुमति देने के लिए उनके वाहन को सभा परिसर में रोक दिया गया। इस मुद्दे को सदन का अपमान और उसकी मर्यादा पर हमले के रूप में देखते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष के...
पटनाः बिहार विधानसभा सत्र का चौथा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ा। दरअसल, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा अफसरशाही पर भड़क गए, जिसके कारण विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
मंत्री जीवेश मिश्रा ने विधानसभा में कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के वाहनों की आवाजाही की अनुमति देने के लिए उनके वाहन को सभा परिसर में रोक दिया गया। इस मुद्दे को सदन का अपमान और उसकी मर्यादा पर हमले के रूप में देखते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने एक साथ अपनी आवाज बुलंद की। विपक्षी दल के सदस्य इसके विरोध में सदन के बीच में आ गए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। उनके लगातार विरोध के बाद सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन को 11.37 बजे दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
श्रम मंत्री ने इस मुद्दे को उठाते हुए जनप्रतिनिधियों के अपमान के दोषियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की। अपने कथित अपमान से नाराज मिश्रा ने सभाध्यक्ष से सरकार, मंत्रियों और विधायकों के प्रति नौकरशाहों के रुख को स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा कि जब तक आसन द्वारा स्थिति स्पष्ट नहीं की जाती है, तब तक वह अपनी सीट पर नहीं लौटेंगे।