Edited By Ramanjot, Updated: 03 Oct, 2020 05:15 PM
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) की तारीखों की घोषणा के बाद भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर घटक दलों में जारी खींचतान के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बिहार मामलों के प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव...
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) की तारीखों की घोषणा के बाद भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर जारी खींचतान के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बिहार मामलों के प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली से वापस लौट आए।
राजग के घटक दल भाजपा, जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में सीटों के बंटवारे को लेकर पिछले कुछ दिनों से कवायद की जा रही है। घटक दलों के शीर्ष नेता इस मुद्दे पर आम सहमति बनाने को लेकर लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन अभी तक तल्खी कम नहीं होती दिखाई पड़ रही है।
जदयू और भाजपा में सीटों के बंटवारे को लेकर जारी खींचतान के बीच दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की कई दौर की बातचीत अब तक हो चुकी है। इसी को देखते हुए भाजपा के बिहार मामलों के प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस पिछले दो दिनों से पटना में कैंप कर इसे सुलझाने में लगे रहे। इस पर बात नहीं बनने पर भूपेंद्र यादव और देवेंद्र फडणवीस कल देर रात दिल्ली चले गए थे, जहां पार्टी शीर्ष नेताओं से विमर्श के बाद आज फिर वापस लौट आए हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व की तरफ से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि वह अपनी परंपरागत सीट को किसी भी हाल पर नहीं छोड़ेंगे। दोनों घटक दलों के बीच संख्या और सीट दोनों को लेकर जबरदस्त पेंच फंसा हुआ है। भाजपा की कई परंपरागत सीट जदयू मांग रहा है, जिसे देने को भाजपा तैयार नहीं है। इसी से इन दोनों घटक दलों में बात नहीं बन रही है। ऐसी 15 सीटें हैं, जिन पर जदयू अपनी दावेदारी पेश कर रहा है।
वहीं, जदयू से सीट बंटवारे को लेकर नाराज चल रही लोजपा पर सभी की निगाहें टिकी है। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान आज शाम संसदीय बोर्ड की होने वाली बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं और बिहार की 143 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर सकते हैं। ऐसे में आज का दिन राजग के लिए काफी अहम माना जा रहा है। वैसे भाजपा अपनी सहयोगी लोजपा को छोड़ना नहीं चाहती है।