Edited By Ramanjot, Updated: 29 Sep, 2020 03:28 PM
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में इस बार ‘सत्ता की चाभी'' महिलाओं और युवाओं के हाथ में होगी। यही वजह है कि इस सियासी महासंग्राम में उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन कोई कसर नहीं छोड़...
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में इस बार ‘सत्ता की चाभी' महिलाओं और युवाओं के हाथ में होगी। यही वजह है कि इस सियासी महासंग्राम में उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
बिहार में करीब 60 प्रतिशत युवा मतदाताओं की मौजूदगी और पिछले कई चुनावों से पुरुषों की तुलना में आधी आबादी (महिलाओं) के मतदान में ज्यादा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने से राजनीतिक दलों को यह एहसास हो गया है कि सत्ता की चाभी अब इनके ही हाथ में है। इस बार विधानसभा चुनाव में 75 लाख ऐसे युवा मतदाता हैं जिनकी उम्र 18 से 19 वर्ष है और वे पहली बार मतदान करेंगे।
इसी तरह 20 से 29 आयु वर्ग के 1.60 करोड़ और 30 से 39 आयु वर्ग के 1.98 करोड़ मतदाता हैं। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा के चुनाव में इस आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 1.93 करोड़ थी। महज एक वर्ष में इस आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या में पांच लाख से अधिक का इजाफा हुआ है।