Edited By Ramanjot, Updated: 12 Aug, 2021 10:38 AM
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, ''पिछड़ा/अतिपिछड़ा विरोधी मोदी सरकार देश की पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों की गणना कराने से क्यों डर रही है। क्या इसलिए कि हजारों पिछड़ी जातियों की जनगणना से यह ज्ञात हो जाएगा कि कैसे चंद मुट्ठी भर लोग युगों से सत्ता प्रतिष्ठानों...
पटनाः बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश की पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों की गणना कराने से इसलिए डर रही है कि इससे यह पता चल जाएगा कि चंद मुट्ठी भर लोग युगों से सत्ता और संसाधनों पर कुंडली मारकर बैठे हैं।
तेजस्वी यादव ने बुधवार को सोशल नेटवकिर्ंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा, 'पिछड़ा/अतिपिछड़ा विरोधी मोदी सरकार देश की पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों की गणना कराने से क्यों डर रही है। क्या इसलिए कि हजारों पिछड़ी जातियों की जनगणना से यह ज्ञात हो जाएगा कि कैसे चंद मुट्ठी भर लोग युगों से सत्ता प्रतिष्ठानों एवं देश के संस्थानों और संसाधनों पर कुंडली मार बैठे हैं।
गौरतलब है कि जाति आधारित जनगणना करने की मांग ने तबसे जोर पकड़ लिया है जब केंद्र की भाजपा के नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद में इससे इंकार करते हुए कहा कि सिर्फ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की गणना सामान्य जनगणना के साथ की जाएगी क्योंकि उन्हें लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में आरक्षण दिया जाता है। उधर दूसरी ओर भाजपा के साथ मिलकर बिहार में सरकार चला रहे जदयू और मुख्य विपक्षी राजद इस मुद्दे पर एकमत हैं तथा दोनों ही जाति आधारित जनगणना कराने की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं।