Edited By Nitika, Updated: 22 Jan, 2021 04:55 PM
वर-वधू के द्वारा अग्नि को साक्षी मानकर शादी के पवित्र बंधन में बंधा जाता है। इस पवित्र बंधन में बंधकर साथ दोनों पति-पत्नी साथ जीने-मरने का वादा करते हैं। इस वाक्य को बिहार के भागलपुर जिले की रहने वाली महिला ने सच करके दिखाया है।
भागलपुरः वर-वधू के द्वारा अग्नि को साक्षी मानकर शादी के पवित्र बंधन में बंधा जाता है। इस पवित्र बंधन में बंधकर साथ दोनों पति-पत्नी साथ जीने-मरने का वादा करते हैं। इस वाक्य को बिहार के भागलपुर जिले की रहने वाली महिला ने सच करके दिखाया है। वृद्ध पति के मौत का सदमा एक 80 वर्षीया पत्नी को इस कदर लगा कि उसने पति के शव के पास अपने प्राण भी त्याग दिए।
घटना भागलपुर जिले के नवगछिया इलाके की है, जहां मीराचक गांव में 85 वर्षीय वृद्ध नरेश शर्मा की अचानक मौत हो गई। जिस समय उनकी मृत्यु हुई, उस समय उनकी 80 वर्षीया पत्नी शोभा देवी बाजार गई थी। बाजार में उसे ग्रामीणों ने पति की मौत की सूचना दी। इस दौरान खबर सुनते ही उनको गहरी सदमा लग गया। वह भागती हुई घर पहुंची। पति के शव के पास पहुंचकर उसने पति के सर को चूमा। साथ ही चेहरे को सहलाया। इसके बाद अपने हाथ में पति के हाथ को पकड़ा और अपने प्राण त्याग दिए।
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि दोनों पति-पत्नी बहुत ही मृदुभाषी और उदार स्वभाव के थे। मृतक नरेश के छोटे भाई सुदामा शर्मा ने बताया कि 25 दिसंबर 2020 को मां जानकी देवी का निधन हुआ था। 25 दिन पहले मां की मौत के सदमे से अभी बाहर नहीं आ पाए थे कि आज उसी परिवार में पति और पत्नी की भी मौत हो गई। बता दें कि घर से एक ही चिता पर दोनों को ले जाया गया। गंगा घाट एक चिता सजाई गई, जिस पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। दिवंगत पति-पत्नी अपने 4 पुत्र और 4 पुत्रियाेंं को पीछे छोड़ गए हैंं।