Edited By Diksha kanojia, Updated: 27 Jun, 2021 01:30 PM
कुमार ने कहा कि देवघर में एम्स की स्थापना के प्रस्ताव को यूपीए सरकार के तत्कालीन स्वास्थ मंत्री गुलाम नबी आजाद ने असहमति व्यक्त की थी। उन्होंने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के 13 जनवरी 2012 एवं 27 जुलाई 2012 को लिखे अपने पत्र में स्पष्ट कहा था कि...
रांचीः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अमित कुमार ने कहा कि झारखंड में देवघर एम्स की स्थापना मोदी सरकार की देन है। कुमार ने शनिवार को झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्या के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि झामुमो को तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए। बार बार असत्य का रट लगाने से झूठ सच नही हो जाता। ऐसे भी झामुमो को झूठ फैलाने की आदत हो गई है।
कुमार ने कहा कि देवघर में एम्स की स्थापना के प्रस्ताव को यूपीए सरकार के तत्कालीन स्वास्थ मंत्री गुलाम नबी आजाद ने असहमति व्यक्त की थी। उन्होंने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के 13 जनवरी 2012 एवं 27 जुलाई 2012 को लिखे अपने पत्र में स्पष्ट कहा था कि झारखंड में एम्स खोलने का कोई प्रस्ताव नही है। कुमार ने कहा कि देवघर एम्स वहां के सांसद निशिकांत दुबे के प्रयास के बाद भाजपा के डबल इंजन की सरकार ने इसे धरातल पर उतारा। आज झामुमो बौखलाहट में उल्टा सीधा बयान दे रहा है। उन्होंने कहा कि झामुमो आज सत्ता में है उनके नेता को स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन संयुक्त सचिव विनोद कुमार मिश्र द्वारा 15 जनवरी 2015 को स्वास्थ्य सचिव भारत सरकार को प्रेषित पत्र का अवलोकन करना चाहिए जिसमे देवघर एम्स की स्थापना का स्पष्ट उल्लेख किया गया है।
कुमार ने कहा कि हेमन्त सरकार किसी संस्थान का नाम बदलकर, कहीं उद्धघाटन में शिलापट लगाकर, कहीं केंद्र की योजना का नाम बदलकर अपनी उपलब्धि गिनाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि अच्छा तो होता कि हेमन्त सरकार अपने बल बुते कुछ योजनाओं को चालू करती तो राज्य की जनता का कुछ भला भी होता और मुख्यमंत्री का नाम भी होता। परंतु यह सरकार कुछ करना नही चाहती केवल झूठा ढिंढोरा पीटना जानती है।