Edited By Diksha kanojia, Updated: 18 Oct, 2021 12:24 PM
एडीजी सीआईडी ने कहा कि वर्तमान परिद्दष्य में अपराध की शैली बदली है। साइबर अपराध से होने वाला पूंजी का नुकसान अन्य आर्थिक अपराधों की तुलना में कही अधिक है। सीआइडी एडीजी ने कहा कि पुलिसिंग में समय के साथ बदलाव हो रहा। संसाधन भी थानों को मिल रहे हैं,...
रांचीः झारखंड में सीमित संसाधनों के बेहतर मैनेजमेंट से बेहतर पुलिसिंग हो सकती है। सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह ने आज रांची प्रेस क्लब में पुलिसिंग की बदलती चुनौतियों और पीपुल फ्रेंडली पुलिसिंग की चर्चा के दौरान बतौर मुख्य अतिथि ये बातें कहीं।
एडीजी सीआईडी ने कहा कि वर्तमान परिद्दष्य में अपराध की शैली बदली है। साइबर अपराध से होने वाला पूंजी का नुकसान अन्य आर्थिक अपराधों की तुलना में कही अधिक है। सीआइडी एडीजी ने कहा कि पुलिसिंग में समय के साथ बदलाव हो रहा। संसाधन भी थानों को मिल रहे हैं, इन संसाधनों के बेहतर मैनेजमेंट कर पुलिसिंग को बेहतर किया जा सकता है। एडीजी सीआईडी ने इंग्लैंड व अमेरिकी शहरों में पुलिसिंग पर चर्चा करते हुए कहा कि बाहर के देशों में पुलिस की छवि एंटी ब्लैक की रही है, लेकिन हमारे यहां पुलिस को किसी छवि नहीं है।
परिचर्चा के बाद बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह की किताब जिंदगी के 78 कोहिनूर का विमोचन भी हुआ। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार बैजनाथ मिश्र, संजय मिश्र, झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह द रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष जयशंकर कुमार, कार्यकारिणी सदस्य रंगनाथ चौबे, अमित दास, सुशील सिंह मंटू समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन क्लब के महासचिव अखिलेश सिंह ने किया।